श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि । ॐ श्री वज्रदेहाय रामभक्ताय वायुपुत्राय नमोsस्तुते । बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार॥ त्वमस्मिन् कार्यनिर्योगे प्रमाणं हरिसत्तम। होनी-अनहोनी से बचें, हनुमान चालीसा रोज पढ़ें प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गए अचरज नाहीं॥ Task seekers, business enterprise individuals and https://archerwgmtz.blogitright.com/35072129/hanuman-chalisa-fundamentals-explained