ध्यानलिंग प्रक्रिया के बाद जब मेरा शरीर पूरी तरह टूट चुका था और वह रहने लायक भी नहीं बचा था, तब मैनें बड़े पैमाने पर कई बार शरीर को ठीक करने के लिए उस शालिग्राम का इस्तेमाल किया। इसलिए साधना से पहले गुरु का मार्गदर्शन और सुरक्षा कवच दोनों के https://freekundli01493.liberty-blog.com/32463951/top-latest-five-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai-urban-news